रुद्रपुर:- उधमसिंह नगर जिले में कार सेवा डेरा प्रमुख नानकमत्ता बाबा तरसेम सिंह हत्याकांड का पुलिस ने खुलासा कर दिया है, इस मामले में पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस के मुताबिक, बाबा तरसेम सिंह को मारने के लिए दस लाख रुपए की सुपारी दी गई थी, यूपी के शाहजहांपुर में इस हत्याकांड की साजिश रची गई थी। पुलिस ने इस मामले में दिलबाग सिंह समेत चार साजिशकर्ताओं को गिरफ्तार किया है। साजिशकर्ताओं में बाबा तरसेन का करीब अमनदीप भी शामिल है।
आरोप है कि इन चारों अभियुक्तों ने तरसेम सिंह की हत्या के लिए शूटरों को हथियार, तकनीकी सहायता और संसाधन उपलब्ध कराए थे। पुलिस ने आरोपियों के पास से दो वाहन भी बरामद किए हैं, पुलिस ने बताया कि चारों आरोपियों पर कई राज्यों में दर्जनों आपराधिक मुकदमें दर्ज हैं, पुलिस ने इसके साथ ही दोनों फरार अपराधियों (शूटरों) पर इनाम की राशि भी 25 हजार से बढ़ाकर 50 हजार रुपए कर दी है।
बता दें कि, बीती 28 मार्च को उधमसिंह नगर जिले में स्थित नानकमत्ता गुरुदारे के कार सेवा डेरा प्रमुख तरसेम सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी, 28 मार्च की सुबह तरसेम गुरुद्वारे के बाहर कुर्सी पर बैठे हुए थे, तभी बाइक सवार दो बदमाश वहां पहुंचे और कुर्सी पर बैठे तरसेम सिंह पर ताबड़तोड़ गोलियां मारनी शुरू कर दी। 10 सेकंड में इस हत्याकांड को अंजाम देकर बदमाश फरार हो गए थे।
बाइक सवार बदमाशों की पहचान सर्वजीत सिंह (निवासी मियाविंड जिला तरनतारण पंजाब) और अमरजीत सिंह उर्फ बिट्टू (निवासी बिलासपुर जिला रामपुर यूपी) के रूप में हुई थी, तहरीर में पुलिस को बताया गया था कि दोनों आरोपी नानकमत्ता गुरुद्वारा परिसर के ही भाई मरदाना यात्री निवास के कमरा नंबर 23 में ठहरे हुए थे।