सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को तंबाकू के दुष्प्रभावों की जानकारी देने के लिए 31 मई को ऑनलाइन वर्ल्ड नो टोबेको-डे मनाया जाएगा। इसका उद्देश्य शैक्षणिक संस्थानों को तंबाकू मुक्त बनाना और समाज को तंबाकू के दुष्प्रभावों की जानकारी देना है।
इसके तहत जिला शिक्षा अधिकारी तंबाकू उत्पादों की बिक्री स्कूल के 100 गज की दूरी में मना है, 18 साल से कम आयु के लोगों को तंबाकू पदार्थ न बेचे जाएं, किसी भी विद्यार्थी को तंबाकू पदार्थ देने की मनाही है आदि के बारे में जानकारी देते हुए इन बातों का सख्ती से पालन करने के लिए जिले के तहत इंफोर्समेंट ड्राइव चलाएंगे।
इसके अलावा हर शैक्षणिक संस्थान में तंबाकू एक्ट का पालन करने के लिए एक नोडल अधिकारी नियुक्त किया जाएगा, जिसका नाम और संपर्क नंबर स्कूल के बाहर दीवार पर लिखना आवश्यक होगा।
सभी शैक्षणिक संस्थानों में तंबाकू कंट्रोल कमेटी का गठन किया जाएगा। कमेटी यह चैक करेगी कि शैक्षणिक संस्थान के 100 गज के घेरे में तंबाकू पदार्थों की बिक्री तो नहीं की जा रही। इसके अलावा कमेटी यह भी चैक करेगी कि स्कूल के गेट और बाहरी दीवारों पर इसे लेकर आवश्यक संकेत दर्शाए जाएं।
अगर कहीं पर 100 गज के अंदर तंबाकू पदार्थों की बिक्री पाई जाती है तो कमेटी पुलिस प्रशासन की मदद से उसे बंद कराएगी। हर स्कूल अपने आपको तंबाकू मुक्त घोषित करेगा। इसे लेकर शैक्षणिक संस्थान में पोस्टर लगाए जाने हैं। तंबाकू के दुष्प्रभावों को लेकर जागरुकता फैलाने के उद्देश्य से बच्चों की भाषण, कविता, लेख, स्लोगन और पेंटिंग मुकाबले कराए जाएंगे।
बच्चों को आनलाइन सौगंध दिलाई जाएगी। इसमें उन्हें सौगंध उठानी होगी कि वह पूरी जिंदगी किसी भी तरह के तंबाकू पदार्थ का सेवन नहीं करेंगे। अगर उनके परिवार या आस-पास कोई भी तंबाकू पदार्थों का सेवन करता है तो वे उसे इसके दुष्प्रभावों की जानकारी देंगे। वह उसकी लत छुड़ाने में सहायता करेंगे। वह स्कूल और कार्यस्थल को तंबाकू मुक्त बनाने में पूरा सहयोग करेंगे। इसके अलावा समाज को तंबाकू मुक्त बनाने का पूरा प्रयास करेंगे।