बठिंडा में बुधवार को एक साहसिक और प्रेरणादायक घटना सामने आई, जहां एक ही परिवार के 11 सदस्यों की जान उस समय खतरे में पड़ गई जब उनकी कार अनियंत्रित होकर नहर में जा गिरी। लेकिन कांवड़ संघ के सदस्य और पुलिस के पीसीआर कर्मचारियों ने अदम्य साहस दिखाते हुए सभी को सुरक्षित बाहर निकाल लिया।
कार पानी में लॉक हुई, हथौड़ी से तोड़कर बचाई जान
नहर में गिरने के बाद कार अंदर से लॉक हो गई थी, जिससे बाहर निकलना मुश्किल हो गया। कार के शीशे हथौड़ी से तोड़कर एक-एक कर सभी यात्रियों को बाहर निकाला गया। कार में सवार 11 लोगों में पांच बच्चे भी शामिल थे। एक छोटे बच्चे की हालत गंभीर हो गई थी क्योंकि उसके शरीर में पानी चला गया था, लेकिन समय पर इलाज मिलने से उसकी स्थिति अब सामान्य है।
पदयात्री कृष्णा और पुलिसकर्मियों की बहादुरी
घटना का वीडियो सामने आया है, जिसमें कांवड़ संघ के सदस्य कृष्णा, जो गौरी शंकर पदयात्रा कांवड़ संघ से जुड़े हैं, ने कार को नहर में गिरते देखा और बिना समय गंवाए अपनी पिकअप रोकी और नहर में कूद गए।
इसी दौरान पास मौजूद पुलिस पीसीआर टीम के जवान भी तुरंत कार्रवाई में जुट गए। कार के शीशे लॉक होने के कारण खुल नहीं पा रहे थे, लेकिन किसी तरह अंदर से एक हथौड़ी बाहर पहुंचाई गई। इस हथौड़ी से शीशे तोड़े गए और सभी लोगों को सुरक्षित निकाला गया।
सीनियर कॉन्स्टेबल जसवंत सिंह के जन्मदिन पर जान बचाई
पुलिसकर्मियों में शामिल सीनियर कॉन्स्टेबल जसवंत सिंह के लिए यह दिन और भी खास रहा, क्योंकि जिस दिन उन्होंने जान बचाई, वही उनका जन्मदिन भी था। उनकी बहादुरी की सराहना हर ओर हो रही है।
सम्मानित होंगे बचावकर्मी
घटना की जानकारी मिलते ही बठिंडा के विधायक जगरूप गिल मौके पर पहुंचे। उन्होंने कार सवारों को बचाने वाले सभी बहादुरों का आभार जताया और घोषणा की कि इन जांबाजों को 15 अगस्त के मौके पर सम्मानित किया जाएगा। इसके लिए वह जिला उपायुक्त (DC) से सिफारिश करेंगे।