पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव की गहमागहमी के बीच कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी रविवार को बाबा केदार के शरणागत हो गए। तीन दिन की निजी आध्यात्मिक यात्रा के पहले दिन ही राहुल ने केदारनाथ धाम में सांयकाल डेढ़ घंटे आरती में भाग लिया। इसके बाद धाम में दर्शनों के लिए पंक्तिबद्ध श्रद्धालुओं को चाय बांटकर सेवाभाव का जिस तरीके से संदेश उन्होंने दिया, उसे उनके नई आध्यात्मिक छवि गढ़ने के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है।
पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव की गहमागहमी के बीच कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी रविवार को बाबा केदार के शरणागत हो गए। कांग्रेस पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष अचानक केदारनाथ बाबा के दर्शन के लिए पहुंच गए। इस दौरान राहुल आरती समारोह में भी शामिल हुए। कांग्रेस पार्टी ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट पर यात्रा की तस्वीरें भी साझा कीं। साथ ही बताया कि वायनाड सांसद राहुल गांधी ने केदारनाथ मंदिर में भक्तों को चाय परोसी।
इससे पहले दिन में पार्टी ने मंदिर जाते समय राहुल गांधी का एक वीडियो जारी किया था। पार्टी ने एक्स (ट्विटर) पर एक पोस्ट लिखा कि आज राहुल गांधी ने उत्तराखंड में बाबा केदारनाथ धाम में बाबा केदार के दर्शन किए और देश की खुशी और शांति के लिए प्रार्थना की। इससे पहले आज राहुल गांधी देहरादून के जॉली ग्रांट हवाईअड्डे पर पहुंचे। इस बीच शनिवार को छत्तीसगढ़ में राहुल गांधी ने देश में जाति जनगणना की कांग्रेस की मांग को लेकर भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि अगर पार्टी राज्य में सत्ता में वापस आती है तो छत्तीसगढ़ में किसानों को अधिक लाभ दिया जाएगा। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा जंगली इलाकों में रहने वाली आदिवासी आबादी के लिए ‘आदिवासी’ के बजाय ‘वनवासी’ का उपयोग करती है। राहुल गांधी ने ये भी आरोप लगाया कि भाजपा सरकार ने अपने वादे पूरे नहीं किए। साथ ही उद्योगपतियों के हित में काम करने का आरोप लगाया। साथ ही कहा कि ‘आदिवासी’ एक क्रांतिकारी शब्द है, ‘आदिवासी’ का मतलब है देश का पहला मालिक। भाजपा इस शब्द का इस्तेमाल नहीं करती है, क्योंकि वे जानते हैं कि अगर वे इसका इस्तेमाल करेंगे तो उन्हें जंगल, जल और जमीन आपको वापस लौटानी होगी।