उत्तराखंड:- आज से प्रदेश के निजी ट्रांसपोर्टर राष्ट्रव्यापी केंद्र सरकार की ओर से एमवी एक्ट के नियमों में बदलाव को लेकर तीन दिवसीय हड़ताल में शामिल हो गए हैं। ट्रांसपोर्टर की हड़ताल से ज्यादातर निजी बस, टैक्सी, मैक्सी, ट्रेवलर, विक्रम आदि हड़ताल पर हैं। ट्रांसपोर्टर केंद्र सरकार के खिलाफ जगह-जगह प्रदर्शन कर रहे हैं। इससे यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा। प्रदेशभर में रोडवेज बसों का चक्काजाम है। सभी चालकों ने बस संचालन करने से इनकार कर दिया है। हजारों यात्री परेशान होकर इधर उधर भटक रहे हैं। किसी भी राज्य की रोडवेज बस भी नहीं आ रही और वहीं जो बसें कल बाहर गई थी, वो अब वापस लौट रही। अप्रत्याशित हड़ताल को लेकर किसी अधिकारी को जानकारी नहीं थी। रोडवेज के आला अधिकारी आइएसबीटी पर जमा हो गए। सरकार का खुफिया तंत्र भी माहौल भाप पाने में रहा विफल।
हड़ताल के क्रम में बाहर से आने वाले वाहनों को ऑटो व टैक्सी चालकों ने आइएसबीटी के पास मुस्कान चौक पर रोक दिया, जिससे वहां पर काफी भीड़ लग गई। मौके पर पहुंची पुलिस से प्रदर्शनकारियों की नोकझोंक हुई। इसके बाद भीड़ को तितर बितर करने के लिए पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर डंडे बरसाए। एमडी टैक्सी सर्विस से संचालक फरहाद ने बताया कि मामला बढ़ता देख कुछ प्रदर्शनकारियों को पुलिस आइएसबीटी चौकी ले गई। इसके बाद आरटीओ प्रवर्तन शैलेश तिवारी आइएसबीटी पहुंचे और बस चालकों से बातचीत की। उन्होंने कहा कि हमें सबसे पहले उन यात्रियों की परेशानी को समझना होगा जो सुबह चार बजे से बसों का इंतजार कर रहे हैं। वार्ता के बाद उन्होंने ऋषिकेश की बस को रवाना करवाया। कहा कि पहले ऋषिकेश की बसों को भेजने का प्रयास किया जाएगा इसके बाद हरिद्वार, सहारनपुर, रुड़की की बस रवाना होंगी।