सतनाम वाहेगुरु के जाप के साथ बाबा तरसेम सिंह का पार्थिव शरीर गुरुद्वारा दूधवाला कुआं परिसर में पंचतत्व में विलीन हो गया। बाबा तरसेम सिंह की आत्मा की शांति के लिए हुई अंतिम अरदास में राजनीतिक,धार्मिक, सामाजिक के साथ ही हजारों की संगत ने गुरु महाराज से उनकी आत्मा की शांति की अरदास की। गुरुद्वारा दूध वाला कुआं परिसर में डेरा कार सेवा के दिवंगत जत्थेदार बाबा तरसेम सिंह को अश्रुपुरित आंखों से अंतिम विदाई देने के लिए क्षेत्र व यूपी के आसपास के जिलों से हजारों की संख्या में लोग पहुंचे। बृहस्पतिवार को बाइक सवार दो हत्यारों ने सुबह डेरे में घुसकर बाबा तरसेम सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी थी। पोस्टमार्टम के बाद संगत को अंतिम दर्शन के लिए उनका पार्थिव शरीर डेरा कार सेवा परिसर में फूलों से सजाकर रखा गया था।
शुक्रवार सुबह नौ बजे अरदास के बाद सतनाम वाहेगुरु के जाप के साथ फूलों से सजे विमान पर उनका शव दूधवाले कुआं परिसर में लाया गया। उनके पार्थिव शरीर को धार्मिक डेरा कार सेवा के प्रमुख संत बाबा बचन सिंह ने मुखाग्नि दी। वहां पर दिल्ली के बाबा सुरेंद्र सिंह, रीठा साहिब के बाबा श्याम सिंह, चंडीगढ़ के बाबा लखवीर सिंह, बाबा सतनाम सिंह बिलासपुर, बाबा प्रताप सिंह बाजवा, बाबा पाल सिंह आगरा का ताल, गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष हरबंश सिंह चुघ, महासचिव अमरजीत सिंह, सुरेंद्र सिंह, दविन्दर सिंह, जोगिंदर सिंह, गुरवंत सिंह सोनी, गुरदयाल सिंह, प्रभारी प्रबंधक सुखवंत सिंह भुल्लर, रंजीत सिंह ढिल्लों, बलदेव सिंह चीमा, जसविंदर सिंह गिल, सुखदेव सिंह नामधारी, गुरु सेवक सिंह नामधारी आदि थे।
नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य, रुद्रपुर के विधायक शिव अरोरा, विधायक गोपाल सिंह राणा, किसान आयोग के उपाध्यक्ष राजपाल सिंह, डॉ. प्रेम सिंह राणा, नारायण पाल, आरएसएस के क्षेत्र संपर्क प्रमुख हरीश, प्रांत सह बौद्धिक प्रमुख नरेंद्र, ज्ञानेंद्र, वरुण अग्रवाल, उमेश अग्रवाल आदि शामिल थे।