भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने शनिवार को अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (AMU) के पूर्व कुलपति प्रोफेसर तारिक मंसूर को उपाध्यक्ष नियुक्त किया है। मंसूर, उत्तर प्रदेश से भाजपा की राष्ट्रीय टीम के तीन डॉक्टरों में से एक हैं। तीन महीने के भीतर प्रोफेसर मंसूर को ‘दोहरी पदोन्नति’ दी गई है। माना जा रहा है कि पसमांदा समुदायों के बीच अपनी चल रही पहुंच को मजबूत करने के प्रयास में बीजेपी ने तारिक मंसूर को पदोन्नति दी है, ताकि मुस्लिम समुदाय के बीच उन्हें भेजकर पार्टी की बात उनतक सशक्त रूप से पहुंचाई जा सके। इससे पहले बीजेपी ने उन्हें यूपी विधान परिषद का सदस्य बनाया था।
बीजेपी नेताओं का कहना है कि पार्टी विवादास्पद समान नागरिक संहिता (यूसीसी) पर आम सहमति बनाने के लिए चर्चाओं की एक श्रृंखला की शुरुआत करने की भी तैयारी कर रही है, जिसमें मंसूर एक बड़ी कड़ी साबित हो सकते हैं। पार्टी की योजना है कि प्रोफेसर मंसूर समुदाय के लोगों को समझाने में कारगर साबित हो सकते हैं।
बीजेपी ने नए अध्यक्षों की लिस्ट यूसीसी पर सुझाव प्रस्तुत करने के लिए विधि आयोग की विस्तारित समय सीमा शुक्रवार को समाप्त होने के ठीक एक दिन बाद जारी की है। अधिकारियों के मुताबिक, आयोग को यूसीसी पर लगभग 75 लाख सुझाव मिले हैं। यूसीसी के अलावा बीजेपी का जोर पसमांदा समाज पर भी रहा है। पार्टी के मुताबिक पसमांदा स्नेह यात्रा (जिसे हाल ही में स्थगित करना पड़ा था) को फिर से, निकाला जा सकता है। यह यात्रा उत्तर प्रदेश के लगभग 20 मुस्लिम बहुल लोकसभा क्षेत्रों को छूएगी।