देहरादूनः केंद्र और राज्य सरकार पर गवर्नेंस की विफलता का आरोप लगाते हुए कांग्रेस ने मंगलवार को सरकार के खिलाफ प्रदेशभर में प्रदर्शन किया. कांग्रेस ने बढ़ती महंगाई, पेपर लीक, चारधाम यात्रा में श्रद्धालुओं को हो रही परेशानियों का मुद्दा उठाते हुए देहरादून, हरिद्वार और हल्द्वानी में सरकार का पुतला दहन किया।
देहरादू में भाजपा के महानगर अध्यक्ष जसविंदर गोगी ने कहा कि 2014 में मोदी सरकार ने देश की जनता से महंगाई कम करने का वादा किया. लेकिन महंगाई निरंतर बढ़ती जा रही है. उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकार जब से सत्ता में आई है, तब से लेकर आज तक समूचा देश महंगाई से त्रस्त है. केंद्र और राज्य की भाजपा सरकार गवर्नेंस के मामले में पूरी तरह विफल साबित हुई है. एक तरफ पेपर लीक और नीट परीक्षा में गड़बड़ी जैसे मामले हैं. दूसरी तरफ टोल टैक्स, दूध समेत आवश्यक वस्तुओं के दाम लगातार बढ़ाए जा रहे हैं. दूध और टोल टैक्स पहले से ही बढ़े हुए थे. लेकिन चुनाव संपन्न होते ही फिर से दाम बढ़ा दिए गए।
गोगी ने चारधाम यात्रा में यात्रियों को हो रही असुविधाओं का भी मामला उठाया और कहा कि चारधाम यात्रा में भारी अव्यवस्थाएं हैं. जिसकी वजह से श्रद्धालुओं, स्थानीय लोगों और व्यवसायियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. उन्होंने कहा कि यात्रा की शुरुआत से ही सरकार चारधाम यात्रा में व्यवस्थाएं नहीं बना पाई. लेकिन सरकार का ध्यान यात्रा में व्यवस्थाएं बनाने का नहीं, बल्कि केदारनाथ धाम में थार की व्यवस्था करने की तरफ है।
हरिद्वार में कांग्रेस ने फूंका सरकार का पुतला: उधर हरिद्वार में भी नीट पेपर लीक को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने हरिद्वार में भाजपा सरकार का पुतला फूंका और जमकर नारेबाजी की. कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार के राज में युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है. आए दिन परीक्षा पेपर लीक हो रहे हैं और सरकार के कानों पर जूं तक नहीं रेंग रही है. भाजपा सरकार के राज में महंगाई, भ्रष्टाचार और बेरोजगारी चरम सीमा पर है. सरकार इन सब पर लगाम लगाने में नाकाम साबित हो रही है।
हल्द्वानी में कांग्रेस का जबरदस्त प्रदर्शन: बढ़ती महंगाई के खिलाफ हल्द्वानी में भी कांग्रेसियों ने प्रदेश सरकार का पुतला फूंका है. विधायक सुमित हृदयेश के नेतृत्व में बुद्ध पार्क में प्रदेश सरकार का पुतला दहन करते हुए कहा कि पहले बिजली के दामों में वृद्धि कर आम जनता की कमर तोड़ दी है. केंद्र और राज्य सरकार महंगाई पर कोई भी नियंत्रण नहीं कर पा रही है. उधर चुनाव खत्म होते सरकार ने फिर से महंगाई बढ़ाना शुरू कर दिया है।