अलीगढ़ में जीएसटी की विशेष अनुसंधान शाखा (एसआईबी) की टीम ने 26 सितंबर देर रात ट्रांसपोर्ट कंपनी के तीन ठिकानों पर छापा मार कार्रवाई की। टीम ने यहां से 19 लाख रुपये के माल जब्त किए। इसके अलावा दो कार्यालय अघोषित मिले। टीम ने नोटिस देकर जवाब के लिए संचालक को कार्यालय बुलाया है। इधर, कार्रवाई की सूचना पर पहुंचे अन्य ट्रांसपोर्टरों की जीएसटी अधिकारियों से नोकझोंक भी हुई।
जीएसटी एडिशनल कमिश्नर ग्रेड-2 डॉ. एसएस तिवारी, जेसी एसआईबी रश्मि सिंह के निर्देश पर डीसी एसआईबी अखिलेश कुमार सिंह की टीम ने अजय फ्रेट कैरियर के मानिक चौक, देहली गेट व सासनी गेट कार्यालय पर छापा मारा। तीनों स्थानों पर करीब 200 से अधिक कार्टन मिला। इस माल के कोई प्रपत्र नहीं मिले।
डीसी एसआईबी अखिलेश कुमार सिंह ने बताया कि रात में टीम ने तीन ठिकानों पर छापा मारा था। जांच के दौरान सासनी गेट और मानिक चौक के कार्यस्थल घोषित नहीं मिले। करीब 19 लाख का माल सीज किया गया है। संचालक आकाश सिंह के मुताबिक एसआईबी की टीम जांच करने आई थी। टीम ने जो दस्तावेज मांगे थे उसे दे दिया गया। कार्रवाई की सूचना पर अन्य ट्रांसपोर्टर भी पहुंच गए। जिनकी जीएसटी अधिकारियों से तीखी नोकझोंक भी हुई। टीम में ये रहे मौजूद जांच टीम में डीसी एसआईबी आरके सिंह, एसी एसआईबी शिव कुमार सिंह, एसी एसआईबी डॉ. अभिषेक सिंह, एसी सचल दल साधना चौहान, एसी कासगंज सत्यप्रकाश उमराव, एसी सचल दल देवेंद्र कुमार, एसी सचल दल प्रतीक कुमार आदि मौजूद रहे।
कई साल बाद हुई कार्रवाई बनी चर्चा का विषय जानकारों की मानें तो अलीगढ़ जिले में छोटे-बड़े करीब 200 ट्रांसपोर्टर हैं। करीब 10 साल पहले जिले में कई ट्रांसपोर्ट कंपनियों के कार्यालयों पर एक साथ छापा मार कार्रवाई हुई थी। 26 सितंबर रात हुए पूरे घटनाक्रम ने उस समय की यादें ताजा कर दी। 27 सितंबर सुबह जैसे-जैसे कार्यवाही की खबर अन्य ट्रांसपोर्टरों को लगी, तो घटनाक्रम चर्चा का विषय बन गया। पूरे दिन ट्रांसपोर्टरों में हलचल बनी रही। ट्रांसपोर्टरों में इस बात की भी चर्चा रही कि नियम विरुद्ध कार्य करने वाली अन्य ट्रांसपोर्ट कंपनियों पर कार्रवाई कब होगी।