बिहार:- बिहार के गोपालगंज जिले में शनिवार दोपहर को बागेश्वर धाम के प्रमुख पंडित धीरेंद्र शास्त्री का दिव्य दरबार सजा, जिसमें लाखों श्रद्धालु पहुंचे हैं। इस भव्य दरबार में इतनी भीड़ थी कि पैर रखने तक की जगह नहीं है। पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने दरबार में पहुंचते ही भगवान हनुमान जी की आराधना की और श्रद्धालुओं को आशीर्वाद दिया। पंडित शास्त्री का दरबार श्रद्धा और विश्वास से भरा हुआ था, जहां हर कोई भगवान हनुमान जी और बालाजी जी के दर्शन के लिए उमड़ा हुआ था। उन्होंने श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए कहा, “यह दरबार केवल एक बहाना है, लेकिन मकसद यह है कि यहां आए सभी हिंदुओं को हनुमान जी और बालाजी जी के दर्शन कराए जाएं। हम हिंदू समाज को कभी भी झुकने नहीं देंगे, हम नालायक हैं, हमारे चक्कर में मत पड़िए, हम जिस बालाजी के चक्कर में पड़े हैं, उनके चक्कर में पड़िए।”
पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने अपने विरोधियों पर तीखा प्रहार किया और कहा, “अरे तुम घुसपैठियों को रोक नहीं पाए, हमें क्या रोक पाओगे? बिहार हमारा है, हम बिहार के हैं। हर शनिवार बालाजी में लाखों लोग आते हैं, रोते हुए आते हैं और हंसते हुए जाते हैं। इस हिंदुस्तान का हिंदू न बंटेगा, न घटेगा, एक होकर रहेगा।” पंडित शास्त्री ने यह भी कहा कि उनका जीवन का उद्देश्य हमेशा हिंदू समाज की सेवा करना है, और वे कभी भी कोई ऐसा कार्य नहीं करेंगे जिससे हिंदू समाज को झुकना पड़े। उन्होंने कहा, “हम जीवन में कोई ऐसा काम नहीं करेंगे, जिससे हिंदुओं को शर्मिंदा होना पड़े। हम सच्चे हिंदू हैं और हमेशा हिंदू धर्म की रक्षा करेंगे।”
दरबार में पंडित शास्त्री ने कुछ विशेष अर्जियां भी प्रस्तुत की। बाबा के दिव्य दरबार में पहली अर्जी नीले रंग की शर्ट पहने रवि नामक व्यक्ति की है, तीसरी अर्जी दीपक नामक बालक की है, और चौथी अर्जी सबसे अंतिम छोर में राजू सिंह, पिता माधव प्रसाद की लगी। इसके बाद बाबा ने आशीर्वाद देते दिया। इस दिव्य दरबार में पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने एकता और समाज के सशक्तिकरण का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि सनातन समाज को कभी भी विभाजित नहीं होने दिया जाएगा और वे हमेशा धर्म की रक्षा करेंगे।