ओडिशा में आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के मामले में ग्रामीण विकास विभाग के मुख्य अभियंता बैकुंठनाथ षडंगी के खिलाफ विजिलेंस विभाग ने बड़ी कार्रवाई की है। अनुगुल, भुवनेश्वर, पुरी और कटक समेत कुल सात ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की गई।
विशेष न्यायाधीश (सतर्कता), अनुगुल से प्राप्त तलाशी वारंट के आधार पर यह कार्रवाई की गई। छापेमारी टीम में 8 डीएसपी, 12 इंस्पेक्टर, 6 एएसआई और अन्य कर्मचारी शामिल रहे।
2 करोड़ रुपये की नकदी बरामद, खिड़की से बाहर फेंकने की कोशिश
विजिलेंस अधिकारियों ने अनुगुल स्थित दो मंजिला मकान से 90 लाख रुपये और भुवनेश्वर के डुमडुमा स्थित फ्लैट से 1.10 करोड़ रुपये नकद बरामद किए। कुल जब्त राशि करीब 2 करोड़ रुपये है।
सूत्रों के अनुसार, जब सतर्कता अधिकारी बैकुंठनाथ षडंगी के फ्लैट पर पहुंचे, तो उन्होंने खिड़की से नकदी के बंडल बाहर फेंककर उन्हें नष्ट करने की कोशिश की। हालांकि, गवाहों की मौजूदगी में ये नकदी बाद में जब्त कर ली गई।
इन स्थानों पर हुई एक साथ छापेमारी
करदगडिया, अनुगुल स्थित दो मंजिला मकान
डुमडुमा, भुवनेश्वर स्थित फ्लैट (PDN Exons, फ्लैट C-102)
सियुला, थाना पिपिली, जिला पुरी
सिष्यकपड़ा, जिला अनुगुल में रिश्तेदार का घर
गांव लोकीपासी, तहसील/जिला अनुगुल में पैतृक निवास
मटियासाही, जिला अनुगुल में दो मंजिला पैतृक भवन
भुवनेश्वर स्थित ग्रामीण विकास विभाग के मुख्य अभियंता का कार्यालय कक्ष
सेवानिवृत्ति से दो दिन पहले कार्रवाई
गौरतलब है कि मुख्य अभियंता बैकुंठनाथ षडंगी दो दिन बाद सेवानिवृत्त होने वाले थे। इससे पहले ही विजिलेंस विभाग की इस कार्रवाई ने पूरे राज्य में हलचल मचा दी है। मामले में आगे की जांच जारी है।