भागलपुर के किसानों को मिलेगा बाजार, चावल और फ्लावर मिल से बढ़ेगी आय
भागलपुर जिले के किसानों को फसल बिक्री के लिए बेहतर बाजार उपलब्ध कराने के प्रयास शुरू हो गए हैं। जिले में धान और गेहूं की अधिक पैदावार के बावजूद किसानों को उचित मूल्य नहीं मिल पा रहा है, जिससे उन्हें साहूकारों को औने-पौने दाम पर अनाज बेचना पड़ता है। इस स्थिति को बदलने के लिए सरकार ने ठोस कदम उठाए हैं।
राज्य सरकार की नई कार्ययोजना के तहत जिले में चावल और फ्लावर मिल की स्थापना की जाएगी, जिससे स्थानीय स्तर पर किसानों से अनाज की खरीदारी संभव हो सकेगी। इससे किसानों की आमदनी में उल्लेखनीय वृद्धि होने की उम्मीद है। योजना को लागू करने के लिए राज्य सरकार ने स्टेट इन्वेस्टमेंट प्रमोशन बोर्ड का गठन किया है।
बैंक ऋण और प्रोत्साहन योजना की शुरुआत
सभी जिलों में उद्योगों की स्थापना को प्रोत्साहित करने के लिए बैंक ऋण और अन्य सहायता उपलब्ध कराई जाएगी। अगस्त के पहले सप्ताह में इस योजना को जिलास्तर पर लागू करने के लिए बैठक आयोजित की जाएगी।
जिला उद्योग महाप्रबंधक खुशबू कुमारी के अनुसार, इस योजना के तहत 25 लाख रुपये से लेकर 200 करोड़ रुपये तक का ऋण लिया जा सकता है। चावल और फ्लावर मिल लगाने वालों के लिए 10 से 15 करोड़ रुपये तक की राशि उपलब्ध कराई जाएगी। योजना की विशेषता यह है कि पहले पांच वर्षों तक ऋण पूरी तरह से ब्याज मुक्त रहेगा।
महिला उद्यमियों को विशेष सब्सिडी दी जाएगी, जिससे उन्हें और अधिक प्रोत्साहन मिल सके। इच्छुक उद्यमियों को प्रोजेक्ट डिटेल रिपोर्ट (PDR) प्रस्तुत करनी होगी, जिसके आधार पर बैंक ऋण आवंटित करेगा। यदि आवेदक के पास अपनी भूमि है, तो वह वहीं पर प्लांट स्थापित कर सकता है। यह पहल न केवल स्वरोजगार को बढ़ावा देगी बल्कि स्थानीय बेरोजगारी को भी कम करेगी।
उद्योग लगाने के लिए शिविर में उमड़ी भीड़, 163 आवेदन प्राप्त
उद्योग स्थापना को लेकर लोगों में उत्साह देखने को मिला। पीएमईजीपी (PMEGP) और पीएमएफएमई (PMFME) योजनाओं के तहत अनुसूचित जाति और जनजाति समुदायों को प्रोत्साहित करने के लिए भागलपुर जिले के मायागंज और गोशाला स्थित जिला उद्योग केंद्र कार्यालय में एक शिविर का आयोजन किया गया।
इस शिविर में उद्योग महाप्रबंधक खुशबू कुमारी ने योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी और उपस्थित लोगों को उद्यम स्थापित करने के लिए प्रेरित किया। शिविर में 163 इच्छुक व्यक्तियों ने आवेदन किया। सरकार ने भागलपुर को 63 लाभार्थियों को इस योजना का लाभ देने का लक्ष्य निर्धारित किया है।
आवेदन जमा करने की अंतिम तिथि 26 जुलाई तय की गई है। इसके अतिरिक्त, योजना को व्यापक बनाने के लिए प्रखंड स्तर पर भी शिविर आयोजित किए जाएंगे। इस योजना के तहत उद्योग लगाने के लिए 25 लाख से 1 करोड़ रुपये तक का ऋण प्राप्त किया जा सकता है।